पश्चिम बंगाल के जाधवपुर में सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह एक रैली को संबोधित करने के लिए आने वाले थे। मगर उन्हें रैली करने और उनके हेलिकॉप्टर को उतने की इजाजत नहीं मिली। भाजपा सूत्रों के अनुसार यह रैली साढ़े बारह बजे होनी थी। माना जा रहा है कि उन्हें यह रैली स्थगित करनी पड़ सकती है। भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का कहना है कि पार्टी फैसले के विरोध में प्रदर्शन करेगी और चुनाव आयोग के पास जाएगी।
भाजपा का कहना है कि चुनाव आयोग तृणमूल कांग्रेस के पार्टी के प्रति कथित अलोकतांत्रिक माध्यमों का ‘मूकदर्शक’ बन गया है। भाजपा मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का कहना है कि पार्टी विरोध प्रदर्शन करेगी और चुनाव आयोग भी जाएगी। राज्य प्रशासन ने आखिरी समय पर अमित शाह की रैली और हेलिकॉप्टर की लैंडिंग को मंजूरी देने से मना कर दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब पश्चिम बंगाल में भाजपा के नेताओं को रैली करने और हेलिकॉप्टर लैंड करने की इजाजत नही मिली है। इससे पहले 21 जनवरी को शाह के हेलिकॉप्टर को लैंड करने की मंजूरी नहीं मिली थी। जिसके बाद उन्हें उस दिन की रैली को स्थगित करना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने 22 जनवरी को माल्दा में रैली की थी।
शाह को मालदा के एडिश्नल डीएम ने हेलिकॉप्टर लैंडिंग की इजाजत नहीं दी थी। उनकी तरफ से आए खत में कहा गया था, ‘मालदा एयरपोर्ट पर अपग्रेडेशन का काम चल रहा है। चारों और मिट्टी और बाकी सामान पड़ा है। हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग के लिए एयरपोर्ट उपयुक्त नहीं है। इजाजत मिलना मुमकिन नहीं है।’
शाह के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तीन फरवरी को रैली की इजाजत नहीं दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने दूसरा रास्ता निकालते हुए मोबाइल फोन से रैली को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि बंगाल में जनविरोधी तृणमूल कांग्रेस सरकार के दिन गिने-चुने रह गए हैं। उन्होंने मुझे रैली में शामिल नहीं होने दिया लेकिन वे मेरी आवाज नहीं दबा सकते।
भाजपा के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी थी। 14 अप्रैल को राहुल गांधी की सिलीगुड़ी में रैली होने वाली थी। लेकिन स्थानीय प्रशासन ने उनके हेलिकॉप्टर को उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। इसकी वजह ममता के ऊपर राहुल के एक बयान को लेकर किए पलटवार को माना गया था।