

कोरोनावायरस (कोविड-19) की चेन तोड़ने के लिए संपूर्ण देश में 21 दिनों का 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। रविवार को यहां गंगापुर निवासी 55 वर्षीय मरीज की मौत की पुष्टि हुई। इसके बाद चार मोहल्लों में कर्फ्यू लगा दिया गया। लेकिन सोमवार को एक राहत की खबर आई। यहां पहले मरीज की तीसरी सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है। उसे मंगलवार को डिस्चार्ज किया जा सकता है। जिला प्रशासन प्रभावित इलाकों में सैनिटाइजेशन करा रहा है। लॉकडाउन के बीच लोग घरों में कैद हैं। ऐसे में आवारा मवेशियों के लिए भुखमरी का संकट है। रविवार रात डीएम खुद सड़कों पर निकले और कुत्तों व अन्य मवेशियों को ब्रेड व बिस्कुट खिलाया।
27 मार्च को भर्ती हुआ था युवक, कल हो सकता है डिस्चार्ज
शिवपुर थाना क्षेत्र निवासी 30 वर्षीय युवक 20 मार्च को यूएई से वाराणसी लौटा था। इसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गई थी। 27 मार्च को जिला अस्पताल में उसकी कोराना की जांच हुई। 28 मार्च को मिली रिपोर्ट में वह कोराना पॉजिटिव निकला। इसके बाद उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। वहां उसका इलाज चल रहा था। लगातार दो बार सैंपलिंग में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद तीसरी बार सैँपलिंग की गई। जिसकी रिपोर्ट रविवार को आई है। राहत यह कि इस बार उसकी रिपोर्ट निगेटिव है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद युवक काफी खुश है। वहीं इससे पहले फूलपुर थाना क्षेत्र का एक और पॉजिटिव मरीज कोरोना को हरा चुका है।
लोगों ने खुद को किया लॉकडाउन
कोरोना को हराने के लिए शहर के कई मोहल्लों कालोनियों को लोगों ने खुद ही लॉकडाउन कर दिया है। मंडुआडीह चौराहे के समीप शिवदासपुर ताड़केश्वर नगर में बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। स्थानीय लोगों ने मोहल्ले के मुख्य गेट पर प्रवेश वर्जित है का बोर्ड लगाकर स्थानीय लोगों द्वारा आने जाने वालों पर निगरानी की जा रही है।

क्वारैंटाइन बच्चे को कपड़े दिए, लोगों को परोसा भोजन
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने राजातालाब स्थित पब्लिक स्कूल जाकर क्वारैंटाइन किए गए लोगों का हाल जाना। स्कूल में रह रहे 201 लोगों में एक मां और बच्चा भी है। जिसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जिलाधिकारी ने बच्चे को कपड़े, फल व उसकी मां को साड़ियां दीं और बच्चे से हालचाल भी पूछा।इसके साथ ही लोगों को अपने हाथों से दूध, खिचड़ी, चोखा, सब्जी, रोटी, ढोकला, छाछ, चटनी आदि परोसा।लौटते समय कई स्थानों पर रुककर रात के सन्नाटे में बैठे कुत्तों को ब्रेड भी खिलाया और रास्ते में आते-जाते मजदूरों व पटरी पर बैठे लोगों से भी पूछताछ की।