-क्या गाजियाबाद के पहले पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा को याद कर रही है जनता
-पुलिस की मौजूदगी में युवक को गोलियों से भूना
-थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित
-नये पुलिस कमिश्नर के लिए खड़े हुए सवाल
-कार पार्किंग विवाद में हत्या
गाजियाबाद(19 जून 2025)- अपराध और अपराधियों से बचने के लिए लोग पुलिस से राहत की उम्मीद करते हैं, लेकिन एक दुस्साहसिक वारदात ने लोगों को सकते में डाल दिया है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मारपीट की शिकायत करने जा रहा 32 वर्षीय एक युवक बुधवार-गुरुवार की रात में जब मुरादनगर थाने के सामने पहुंचा तो पुलिस की मौजूदगी में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद लोगों में नाराज़गी फूट पड़ी और घटना से गुस्साए लोगों ने थाने के सामने मृतक का शव रखकर जमकर हंगामा किया। मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी व पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। वहीं लापरवाही बरतने पर पुलिस कमिश्नर ने मुरादनगर थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह तोमर, रात्रि अधिकारी उपनिरीक्षक सूबे सिंह तथा बीट प्रभारी उपनिरीक्षक मोहित सिंह को निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार रात लगभग दस बजे रास्ते से कार निकालने को लेकर रवि शर्मा व अजय, मोंटी के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद अजय, मोंटी अजय ने रवि शर्मा के घर में घुसकर मारपीट की। जिसके बाद रवि शर्मा अपने भाई व पिता के साथ मुरादनगर थाने में मारपीट की शिकायत करने थाने जा रहा था जब वह थाने के सामने पहुंचा। तभी आरोपी वहां पहुंचे और उसे पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया। चार गोली लगने से रवि शर्मा लहूलुहान हालत में जमीन पर गिर गए।गोली मारने के आरोपी मौके से फरार हो गए।उसे तत्काल ही एक निजी अस्पताल ले जाया गया।जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वारदात की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। इसी दौरान मृतक के परिजन व अन्य लोक थाने के सामने इकट्ठे हो गए और जमकर हंगामा किया पुलिस लोगों ने लोगों को समझाया-बुझाया।
मरने वाला युवक रवि शर्मा मिल्क रावली रहने वाला है।डीसीपी ग्रामीण एसएन तिवारी का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया गया है।
एक आरोपी अजय महिला से दुष्कर्म के मामले।में जेल में बंद था और कुछ दिन पहले ही लौटकर आया था।। मृतकों के परिजनों का कहना था कि पुलिस ने उनके पुत्र को बचाने की कोशिश नही की, बल्कि वीडियो बनाते रहे। इस वारदात ने एक बार फिर गाजियाबाद की जनता को यहां के पहले पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा और उनकी कार्यशैली को याद करने को मजबूर कर दिया है। लोगों का कहना है कि भले अजय मिश्रा ने थाने का निरीक्षण करते थे न ही दिखावा लेकिन उनकी पकड़ एसी थी कि पुलिस का इकबाल साफ नजर आता था। बहरहाल इस वारदात के बाद कुछ पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भले ही हुई है लेकिन अभी बहुत काम बाकी है।
आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more