
कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडॉउन के बीच दिल्ली के हज़रत मिजामुद्दीन स्थित तहलीग़ी जमात के हैडक्वार्टर में कथित तौर पर लापरवाही और सैंकड़ो लोगों के जमा होने के बाद कई लोगों के बीमार होने और कुछ की मौत के ख़बरें आ रही है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस तबलीग़ी जमात के ज़िम्मेदारों और हज़रत मौलाना साद के ख़िलाफ कार्रवाई शुरु कर दी है। देश की मुस्लिम तंजीमों में एक बड़ा नाम मानी जाने वाली तबलीग़ी जमात पर कसते शिकंजे को लेकर देशभर में ख़ासतौर से मुस्लिम समाज में बेचैनी पाई जा रही है। जबकि तबलीगी जमात की तरफ से कहा जा रहा है उन्होने पुलिस और प्रशासन से मिल कर पूरी स्थिति अवगत कराते हुए सहयोग की मांग की थी।
इसी बीच सोशल मीडिया पर बरेली के आलिम ए दीन और फिरक़ा ए बरेलवियत के बानी जनाब आलाहज़रत मौलाना रज़ा बरेलवी रह. के परिवार से ताल्लुक़ रखने वाले हज़रत मौलाना तौक़ीर रज़ा साहब का एक बयान वायरल हो रहा है। हज़रत मौलाना तौक़ीर रज़ा साहेब ने तबलीग़ी जमात के ख़िलाफ कोरोना की आड़ में की जा रही कार्रवाई का विरोध जताया है। उनका कहना है कि तबलीग़़ी जमात के तरीक़ ए कार से हमारे इख़्तलाफ के बावजूद हम मुस्लिम तंज़ीमों और मुस्लिमों को निशाना बनाने की कोशिश का विरोध करते हैं।
जबकि कोरोना के नाम पर कथिततौर तबलीगी जमात के मरकज़ की आड़ में मुस्लिम समाज को निशाने पर लेने की चर्चा को लेकर देश के कई बुद्धीजीवी सम्मानित मीडिया हाउस और पत्रकारों ने इस मामले पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उधर जमीयत ए उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दारुल उलूम देवबंद के ज़िम्मेदार हज़रत मौलाना अरशद मदनी का भी एक बयान वायरल हो रहा है जिसमें उन्होनें तबलीग़ी जमात और उसके ज़िम्मेदारों के ख़िलाफ कार्रवाई और दुष्प्रचार का विरोध किया है। उनका कहना है कि एक तरफ तो देश कोरोना जैसी घातक बीमारी से जूझ रहा है दुसरी तरफ कुछ लोग आज भी नफरत का खेल खेल रहे हैं। मौलाना अरशद मदनी ने नफरत को देश के लिए सबसे बड़ा ख़तरा बताया है। साथ ही बरेलवी और देवबंदी मसलक के दोनो ओलेमाओं ने कोरोना को लेकर पूरे देश से सावधानी बरतने और सरकार की कोशिशों का सहयोग करने की अपील की है।