

रूस में बुधवार को 75वींविक्ट्री डे परेड मॉस्को के रेड स्क्वॉयर भारत के समय के हिसाब से दोपहर 12.30 बजे शुरू हुई। इस मौके परभारत के रक्षा मंत्रीराजनाथ सिंह भी मौजूद हैं।भारतीय सेना की एक टुकड़ी इसमें हिस्सा ले रहीहै। 75 सदस्यों वाली इस टुकड़ी में आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के सैनिक शामिल हैं। इनकी अगुआई सिख लाइट इनफैंट्री रेजिमेंट के मेजर रैंक के अफसर कर रहे हैं। इस रेजिमेंट ने दूसरे वर्ल्ड वारमें हिस्सा लिया था। इस जंग में लड़ने के लिए इसने चार बैटल ऑनर और दो मिलिट्री क्रॉस समेत कई वीरता पुरस्कार हासिल किए थे।
राजनाथ ने ट्वीट किया- 1941-1945 की लड़ाई में सोवियत लोगों की जीत की 75वीं सालगिरह मनाने के लिए मॉस्को में रेड स्क्वॉयर पर विक्ट्री परेड डे में शामिल हुआ। मुझे गर्व है कि भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ी भी इस परेड में भाग ले रही है।
Attending the Victory Day Parade at Red Square in Moscow today to commemorate the 75th Anniversary of Victory of the Soviet People in the great Patriotic War of 1941-1945.
I am proud that a Tri-Service contingent of the Indian Armed Forces is also participating in this parade. pic.twitter.com/0zBiaKH5r1
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 24, 2020

परेड में पहले भी शामिल होती रही है भारतीय सेना
रूस के विक्ट्री डे परेड में इस साल सेना की तीन महिला अफसर शामिल हुईं।रूस के विक्ट्री डे परेड में पहले भी भारतीय सेना शामिल होती रही है। 2015 में माॅस्को में हुई परेड मेंग्रेनेडियर रेजिमेंट की टुकड़ी ने हिस्सा लिया था। इसके साथ ही दुनिया के 19देशों की सेना शामिल हो रही है। सोवियत रिपब्लिक का हिस्सा रहे देशों की सेना को इसके लिए खास तौर पर बुलावा भेजा गया था।




रूस के 13 हजार सैनिक परेड में शामिल
परेड में रूस के 13 हजार सैनिक, आर्मीके234 व्हीकल, मिसाइल और टैंकों के साथ शामिल हुए हैं। रूस की सेना ने तोपों की सलामी दी। 75 प्लेन ने फ्लाईपास्ट में हिस्सा लिया।चीन समेत कई दूसरे देशों के नेताओं को भी इस आयोजन में शामिल होने का न्योता दिया गया है। रूस हर साल जर्मनी के नाजियों से यूनियन ऑफ सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक्स (यूएसएसआर) की जीत की याद में विक्ट्री डे मनाता है।


इस साल विक्ट्री डे परेड में देरी हुई
पहले यह परेड 9 मई को होनी थी, लेकिन कोरोना की वजह से लॉकडाउन हो गया था। ऐसे में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परेड का शेड्यूल आगे बढ़ाने की घोषणा की थी। रूस की राजधानी मॉस्को में अब कुछ पाबंदियां हटाई गई हैं। हालांकि, यह राहत सिर्फ परेड के लिए है।
लोगों से की गई घरों में ही रहने की अपील
मॉस्को के मेयर सर्गेइ सोबयानिन नेलोगों से अपील की है कि वे घरों में ही रहें और टेलीविजन पर परेड देखें। सेरेमनीदेखने के लिए बुलाए गए पूर्व सैनिकों को भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जाएगा। मॉस्को के साथ ही रूस के कई दूसरे शहरों में इस मौके पर परेड निकाली गई।

पुतिन के लिए खास है इस बार की परेड
इस हफ्ते रूस में संविधान में बदलाव के लिए वोटिंग होनी है। इससे पुतिन के 2024 के बाद भी सत्ता में बने रहने का रास्ता साफ हो सकता है। इसलिएइस साल की विक्ट्री डे परेडपुतिन के लिए अहम मानी जा रही है। पुतिन देश में राष्ट्रवाद की भावना के लिए विक्ट्री डे को काफी तवज्जो देते हैं। उन्होंने 2008 से इस परेड में हथियारों और टैंकों को शामिल करने की शुरुआत की थी।

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