rapid rail गाजियाबाद(15 जून 2025) ईटी इंफ्रा रेल शो अवार्ड्स 2025 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) को रेलवे क्षेत्र में उसके उत्कृष्ट योगदान के लिए पहली तीनों श्रेणियों में सम्मानित किया गया है। एक भव्य समारोह के दौरान प्रदान किए गए इन पुरस्कारों ने एनसीआरटीसी की दूरदर्शी सोच, तकनीकी उत्कृष्टता और समयबद्ध क्रियान्वयन के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता को उजागर किया है।
इन तीन प्रमुख श्रेणियों में एनसीआरटीसी को सम्मानित किया गया है:
- ‘सर्वश्रेष्ठ एकीकृत संपत्ति विकास/ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट‘
- ‘एमआरटीएस/आरआरटीएस के लिए सर्वश्रेष्ठ परियोजना समयसीमा‘
- ‘सर्वश्रेष्ठ ट्रैक बिछाने की तकनीक‘
इस बारे में जानकारी देते हुए एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि निगम दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर का निर्माण कर रहा है। यह परियोजना अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग, एकीकृत योजना और सतत व कुशल विकास पर आधारित है, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तेज़, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के एक नए युग की शुरुआत कर रही है।
उन्होने विशेष रूप से ‘सर्वश्रेष्ठ ट्रैक बिछाने की तकनीक’ श्रेणी में एनसीआरटीसी की अपनाई गई प्री-कास्ट स्लैब ट्रैक तकनीक को निर्णायक बताया। उन्होंने कहा, “नमो भारत ट्रेनें देश की एकमात्र ट्रेन सर्विस है, जो बीते 1.5 वर्षों से सफलतापूर्वक 160 किमी/घंटा की तीव्र गति से संचालित हो रही हैं।” 180 किमी प्रति घंटे की डिज़ाइन गति वाली इस सेमी हाई-स्पीड ट्रेन के लिए यह तकनीक विश्वसनीयता, कम रखरखाव और आरामदायक सफर का बेहतरीन समाधान है।
पुनीत ने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का पहला 17 किमी का प्रायोरिटी सेक्शन (साहिबाबाद से दुहाई डिपो) 21 अक्टूबर 2023 को यात्रियों के लिए चालू किया गया था। इसके बाद विभिन्न खंड चरणबद्ध तरीके से चालू किए जा रहे हैं। यह देश की उन दुर्लभ जन-आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में से एक है, जिसने निर्धारित समयसीमा में कार्य किया है।
एनसीआरटीसी ने ट्रांजिट कॉरिडोर के आसपास स्थायी और योजनाबद्ध शहरी विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उत्तर प्रदेश सरकार की 2022 में टीओडी नीति बनाने के बाद, मेरठ भारत का पहला ऐसा शहर बना जिसने टीओडी ज़ोन को अपने आधिकारिक मास्टर प्लान (2031) में शामिल किया।