
गाजियाबाद (17 नवंबर 2019)- उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जयप्रताप सिंह ने शनिवार को कहा कि स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही डाक्टरों की कमी दूर हो जाएगी इसके लिए जहां प्रदेश सरकार ने ढाई साल के अपने कार्यकाल में 29 मेडिकल कॉलेज खोले हैं वहीं हर एमबीबीएस डॉक्टर को दो साल तक स्वास्थ्य विभाग को सेवाएं देना जरूरी किया है। इतना ही नहीं सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक पदों में गैर डाक्टर अफसरों की तैनाती की जाए। अभी एमओआईसी से लेकर महानिदेशक के पद पर केवल डाक्टरों की तैनाती की जाती है। प्रशासनिक पदों पर यदि दूसरे कैडर के अफसरों की तैनाती होगी तो सूबे में काफी डाक्टर खाली हो जाएंगे और विभाग उनकी योग्यता का सही इस्तेमाल भी कर सकेगा।
केबिनेट मंत्री शनिवार को गाजियाबाद के दौरे के दौरान उन्होंने पहले संजयनगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल का दौरा किया और उसके बाद जिला एमएमजी अस्पताल पहुंचे। दोनों जिला स्तरीय अस्पतालों में केबिनेट मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया और निरीक्षण के दौरान मीडिया से बात करते हुए स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर संतोष भी जाहिर किया। श्री सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में प्रशासनिक पदों पर तैनात डाक्टरों के स्थान पर दूसरे कैडर के अधिकारी तैनात कर दिए जाएं तो सूबे में काफी डाक्टर फ्री हो जाएंगे और वह अपने मूल विभाग को बेहतर सेवाएं दे सकेंगे। इससे स्वास्थ्य विभाग में चल रही डाक्टरों की कमी तो दूर होगी ही, डाक्टरों की योग्यता का भी सही से इस्तेमाल हो सकेगा। केबिनेट मंत्री ने कहा कि कई विशेषज्ञ डाक्टर विभाग में प्रशासनिक पदों पर होने के कारण मरीजों को समय नहीं दे पाते। प्रशासनिक पदों पर गैर मेडिकल अफसरों की तैनाती के बाद ऐसा नहीं होगा।