redevelopment गाजियाबाद(28 मई 2025) जीडीए ( गाजियाबाद विकास प्राधिकरण) ने तुलसी निकेतन कॉलोनी के जर्जर भवनों के पुनर्विकास के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरु कर दिया है। यह सर्वेक्षण जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स के निर्देशन में किया जा रहा है। तुलसी निकेतन योजना के तहत 1989-90 में 2004 ईडब्ल्यूएस और 288 एलआईजी फ्लैट्स का निर्माण किया गया था। वर्तमान में इन भवनों की हालत अत्यंत जर्जर हो गई है, जिससे निवासियों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है।
2018 में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के किए गए सर्वेक्षण में इन भवनों को रहने के लिए अयोग्य घोषित किया गया था। हाल ही में एक बालकनी गिरने की घटना में दो लोगों की मृत्यु होने के बाद पुनर्विकास की आवश्यकता और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
जीडीए की लायी जा रही पुनर्विकास परियोजना पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत क्रियान्वित की जाएगी। पुनर्विकास के दौरान लगभग 7,000 निवासियों को अस्थायी रूप से हटाया जाएगा, जिसकी व्यवस्था और लागत डेवलपर वहन करेगा।
जीडीए के किए जा रहे सर्वेक्षण का उद्देश्य वर्तमान निवासियों की पहचान करना है, ताकि पुनर्विकास के पश्चात फ्लैट्स का उचित आवंटन सुनिश्चित किया जा सके। इस प्रक्रिया में जिला नगरीय विकास एजेंसी (डूडा) और नगर निगम की टीम संयुक्त रूप से शामिल है।
उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि यह परियोजना निवासियों को सुरक्षित और बेहतर आवास प्रदान करने के लिए लायी जा रही है। उन्होंने सभी निवासियों से सहयोग के लिए अपील की है, ताकि यह परियोजना सफलतापूर्वक कंपलीट की जा सके।