
गाजियाबाद (12 दिसंबर 2019)- जनता के लिए भले ही या म हो, लेकिन अगर हंगामा न हो तो भला कैसी सियासत। कुछ ऐसा ही हाल है गाजियाबाद की जनता का भी।
दरअसल गाजियाबाद नगर निगम की 13 दिसम्बर को होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में इस बार विकास कार्य कार्यों के बजट घटाने को लेकर मुद्दे पर जोरदार हंगामा हो सकता है। जिसके मद्दे नजर निगम मुख्यालय में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त करने को कहा गया है । साथ ही बैठक का अजेंडा भेज दिया गया है ।
जिस बिंदु पर सबसे ज्यादा हंगामा होने के आसार हैं उनमें पार्षद कोटे से होने वाले कार्य हैं । निगम सदन बैठक में मेयर आशा शर्मा ने प्रत्येक वार्ड में विकास कार्य करने की घोषणा की लेकिन बजट बजट से इस राशि को घटाकर 60लाख कर दिया गया । निगम कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष सुनील यादव इससे खासे खिन्न है उनका कहना है कि
मेयर की घोषणा के मुताबिक अभी तक वार्डों में विकास कार्य नहीं कराये गए हैं बल्कि वर्ष बीतते बीतते यह केवल 20 से 25 लाख पर आकर अटक गई कई वार्डों में तो अभी तक 20लाख के काम भी नहीं हुए हैं।
तमाम मुद्दों को लेकर इन वार्डो के पार्षदों में व्यापक रोष व्याप्त है वार्ड की जनता अपने पार्षद उसे पूछ रही है कि यह कार्य क्यों नहीं हो रहे हैं । उनका कहना है कि इस मामले को वह खुद जोर -शोर से उठाएंगे । उनका यह भी कहना है कि न केवल यह मुद्दा बल्कि नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार का मामला भी उठाएंगे । वह पूर्व में भी भ्रष्टाचार के मुद्दे को जोर-शोर से उठा चुके हैं लेकिन अभी तक उसमें लेश मात्र भी सुधार नहीं आया है भ्रष्टाचार घटने के बजाय बढ़ गया है । उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि पर बने सत्ताधारी दल भाजपा से पार्षद है लेकिन किसी तरह का नया बर्दाश्त नहीं कर सकते वह हर मुद्दे पर अपनी राय रखेंगे और रखते हैं ।
उधर नगर निगम के मुख्य अभियंता मुइनुद्दीन का कहना है कि जो भी के कार्य करा रहे हैं शासन की नीति व बजट के अनुसार करा रहे हैं। किसी पार्षद के साथ कोई भेद भाव नहीं किया जाता है ।