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Katha Rang “कथा रंग” के आयोजन में से.रा.यात्री को याद किया

Katha Rang

गाजियाबाद(14 जुलाई 2025) सुप्रसिद्ध साहित्यकार से. रा. यात्री की जयंती के मौके पर आयोजित ‘कथा संवाद’ कार्यक्रम में साहित्य जगत की कई हस्तियों ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ आलोचक डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि यात्री जी की कहानियाँ हर दौर में प्रासंगिक रहेंगी और उनकी भूमि पर कथा रंग की कार्यशाला रचनात्मकता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी।

प्रसिद्ध लेखिका प्रज्ञा रोहिणी ने रचना विरोधी समय में सृजन को एक बड़ी चुनौती बताया और कहा कि कहानी में सहजता उसका सशक्त पक्ष होता है, जिसकी मिसाल यात्री जी का लेखन है। उनकी मानस पुत्री और सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ. माला कपूर ‘गौहर’ ने यात्री जी के जीवन की सहजता और शालीनता को उनके लेखन में स्पष्ट देखा। उन्होंने बताया कि यात्री जी का सानिध्य पूरे परिवेश को ही रचनात्मक बना देता था।

वरिष्ठ रचनाकार कमलेश भट्ट ‘कमल’ ने गाजियाबाद प्रवास के दौरान यात्री जी की रचनात्मकता के विविध आयामों को देखने का अनुभव साझा किया। वरिष्ठ व्यंग्यकार सुभाष चंदर ने कहा कि जहाँ गाजियाबाद को कविता के शहर के रूप में जाना जाता है, वहीं कहानी के लिए इसकी पहचान यात्री जी से शुरू हुई। उन्होंने जोर देकर कहा कि जहाँ भी हिंदी और कहानी है, वहाँ यात्री जी और उनके साथ यह शहर भी पहुंचा है। प्रसिद्ध शायर सुरेन्द्र सिंघल ने यात्री जी को लेखन की हर विधा में उनकी दक्षता के लिए याद किया।

कार्यक्रम के दूसरे चरण ‘कथा संवाद’ में कहानियों पर विस्त़ृत रुप से चर्चा हुई। इस दौरान डॉ. बीना शर्मा ने ‘भाईचारा’, रश्मि वर्मा ने ‘मुझे आसमान चाहिए’ और शकील अहमद ने ‘नई सोच‘ को पढ़ा । शिवराज सिंह की कहानी ‘भाव’ का पाठ वागीश शर्मा ने और विपिन जैन की कहानी ‘मेरा आसमान’ का पाठ डॉ. स्वाति चौधरी ने किया। पढ़ी गई कहानियों की खूबियों और कमियों पर गहन विमर्श हुआ, जिसमें श्रोताओं ने शिल्प, कहन और तार्किकता पर विचार करते हुए नवीन संभावनाओं को तलाशा।

इस भव्य कार्यक्रम का संचालन आलोक यात्री और डॉ. वीना शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में साहित्य अनुरागी मौजूद थे, जिनमें आलोक अविरल, वंदना वाजपेई, डॉ. अजय गोयल, सिनीवाली, अशोक मिश्रा, अशोक गुप्ता, पंडित सत्य नारायण शर्मा, सुभाष अखिल, नेहा वैद, रवि पाराशर, डॉ. वीना मित्तल, संदीप वैश्य, इंद्र कुमार, प्रवीण त्रिपाठी, अंजू जैन, डॉ. विनय सिंह राठौर, संजय भदौरिया और प्रियंका शर्मा शामिल थे।

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