haenandi puram scheme गाजियाबाद, (20 मई 2025) जीडीए की बोर्ड बैठक मंगलवार को मेरठ में अध्यक्ष ऋषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में शहर के विकास को लेकर गहन मंथन किया गया और जीडीए के पेश किये गये सभी 23 प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इनमें सबसे अहम हरनंदीपुरम योजना को लेकर प्रस्ताव पर मुहर लगना रहा, जिससे अब यह महत्वाकांक्षी नई टाउनशिप योजना जल्द ही परवान चढ़ेगी।
इस बोर्ड बैठक में हरनंदीपुरम योजना के लिए पांच गांवों की 336.8444 हेक्टेयर जमीन खरीदने की अनुमति मिल गई है। जीडीए इन गांवों की जमीन को वहां के सर्किल रेट से चार गुना ज्यादा दर पर खरीदेगा, जिस पर प्राधिकरण 2,384 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इसके अलावा भूमि अधिग्रहण में शामिल किसानों को दस फीसदी विकसित भूखंड भी मुहैया कराए जाएंगे।
इस बारे में जानकारी देते हुए जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि हरनंदीपुरम के लिए भूमि दरों पर निर्णय लेने के लिए जिलाधिकारी (डीएम) की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था। यह समिति भूमि अधिग्रहण (पुनर्वास और पुनर्स्थापन) अधिनियम, 2013 के अनुसार, डीएम सर्किल दरों से चार गुना अधिक पर भूमि खरीदने की सिफारिश की थी।
गत वर्ष 18 सितंबर 2024 को जनपद के सर्किल रेट का पुनरीक्षण किया गया था, जिसके आधार पर मथुरापुर, शमशेर, चंपतनगर, भनेरा-खुर्द और नंगला फिरोज मोहनपुर गांव का सर्किल रेट देखा
इन गांवों की भूमि अधिग्रहण की अनुमानित लागत 2,384 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसमें 7 फीसदी स्टांप ड्यूटी और 1 फीसदी पंजीकरण शुल्क भी शामिल है। हरनंदीपुरम योजना को मिली यह मंजूरी गाजियाबाद के शहरी विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी, जिससे शहर के विस्तार और आधुनिकीकरण को गति मिलेगी।
बैठक में जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स, सचिव राजेश कुमार सिंह, अपर सचिव प्रदीप कुमार सिंह, प्रभारी मुख्य अभियंता मानवेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।