
–यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने किया गाजियाबाद में चल रहे अवैध दूतावास का भंडाफोड़
– हर्ष वर्धन जैन पुत्र जे डी जैन निवासी केबी 45 कविनगर गाजियाबाद को गिरफ्तार किया
ग़ाज़ियाबाद (23 जुलाई 2025)- गाजियाबाद का बेहद पाश इलाक़ा कविनगर, यहां की एक आलीशान कोठी के अंदर और बाहर विदेशी नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाड़ियों की कतार। एकाएक किसी विदेशी दूतावास की तरह दिखाई देते इस दृश्य की आड़ में फल-फूल रहा था एक काला साम्राज्य। यूपी एसटीएफ ने जब यहां छापेमारी की तो सामने आया जैन बंधुओं का खौफनाक चेहरा।
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि हर्षवर्धन जैन पुत्र केडी जैन केबी 35 कवीनगर में किराए का मकान लेकर अवैध रूप से वेस्ट आर्कटिक दूतावास चला रहा था तथा अपने आप को West Arctica , Saborga, Poulvia ,Lodonia आदि देशों का कॉन्सुल/ एम्बेसडर बताता है। इसी की आड़ में कई डिप्लोमेटिक नम्बर प्लेट लगी गाड़ियों से चलता है। इतना ही नहीं लोंगो को प्रभाव में लेने के लिए प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति और कई अन्य गणमान्य लोंगो के साथ अपनी मॉर्फ़ की हुई फोटो का भी प्रयोग करता है । इसका मुख्य काम कंपनियों और प्राइवेट व्यक्तियों को बाहर के देशों में काम दिलाने के नाम पर दलाली करना तथा शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला रैकेट चलाना है ।
हर्षवर्धन के पूर्व में चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी ( इंटरनेशनल आर्म्स डीलर) से भी संपर्क में होना ज्ञात हुआ है। उल्लेखनीय है की 2011 में हर्षवर्धन से अवैध सॅटॅलाइट फ़ोन भी बरामद हुआ था जिसका अभियोग थाना कविनगर में पंजीकृत है| पुलिस के मुताबिक इस मामले में जो बरामदगी हुई है वह भी चौंकाने वाली है। जैन के पास से बरामदगी में डिप्लोमैटिक नम्बर प्लेट लगी चार गाड़ियां, माइक्रोनेशन देशों के 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मोहर लगी कूटरचित दस्तावेज , कूटरचित दो पैनकार्ड ,विभिन्न देशों और कंपनियों की 34 मोहरें ,2 कूटरचित प्रेस कार्ड, कैश के तौर पर 44,70000 रुपए नगद , कई देशों की विदेशी मुद्रा और कई कंपनियों आदि के दस्तावेज के अलावा 18 डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट भी बरामद हुई है।
इस मामले में थाना कविनगर गाजियाबाद में अभियोग पंजीकृत कराकर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है । लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस काले साम्राज्य की आड़ में सिर्फ लोगों को प्रभाव में लेकर ठगने का धंधा ही पनप रहा था या फिर देश विरोधी किसी तरह की गतिविधियां भी अंजाम दीं जा रही थी। और फिर चाहे अंतरराष्ट्रीय हथियार स्मगलर अदनान खगोशी हो या फिर चर्चित चंद्रा स्वामी का नाम सामने के बाद मामला बेहद संवेदनशील और संगीन नजर आ रहा है। खासतौर से तब जबकि गाजियाबाद देश की राजधानी दिल्ली से सटा और सामरिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है जहां भारतीय वायुसेना का न सिर्फ हिंडन एयरबेस स्थिति है बल्कि की और भी महत्वपूर्ण स्थल आसपास मौजूद हैं।