
-खेल का मैदान तज जनसेवा का मिशन
-गाजियाबाद को मिला एक बड़ा हमदर्द
-गाजियाबाद के नये जिलाधिकारी रविंद्र मंदेड़ का रिकॉर्ड जनता के लिए उत्साहवर्धक
-सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का दूरगामी तोहफा
गाजियाबाद (31 जुलाई 2025)- गाजियाबाद के नये जिलाधिकारी रविंद्र मंदेड़ की नियुक्ति की ख़बर और और उनका ट्रैक रिकॉर्ड देखकर यक़ीनन यहां का आम जनमानस राहत की सांस ले रहा होगा। दरअसल रविन्द्र मंदेड की कार्यशैली ही उनकी न सिर्फ पहचान है बल्कि जनता के लिए उम्मीद की किरण भी। चाहे बतौर एक आईएएस अधिकारी फ़िरोज़ाबाद से उनकी पहली ज़िम्मेदारी की शुरुआत हो या फिर कुंभ से पूरी दुनियां में भारत की शानदार मेज़बानी और सनातनी पैग़ाम का प्रचार । या फिर जल संरक्षण या दिव्यांगजनों के उत्थान की ज़िम्मेदारी इन सब के बीच उत्तर प्रदेश सरकार और योगी जी के अलावा एक और नाम भी बेहद चर्चित रहा, वो है तेज़ तर्रार आईएएस रविन्द्र मंदेड का। और यही रविन्द्र मंदेड अब गाजियाबाद के नये ज़िलाधिकारी बनकर चार्ज भी ले चुके हैं। वैसे तो गाजियाबाद में बतौर जिलाधिकारी दीपक मीणा आईएएस की तैनाती के बाद यहां की जनता को उनकी मेरठ जैसी कुशल कार्यशैली को लेकर बेहद उम्मीदें थीं। लेकिन दीपक मीणा को कुछ ही महीने में गाजियाबाद से अपने गृह जनपद गोरखपुर की तैनाती देकर उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने उनकी एहमियत का सीधा संदेश दे दिया है। लेकिन नये जिलाधिकारी रविंद्र मंदेड़ को भी गाजियाबाद की ज़िम्मेदारी देकर यूपी के मुख्यमंत्री ने यह जता दिया है कि उनके लिए नये गाजियाबाद के स्वरूप और विकास को लेकर पहली प्राथमिकता है। और हाल ही में जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाहे-बगाहे गाजियाबाद आते रहे उससे इतना तो तय है कि उनके एजेंडे में गाजियाबाद को देने के लिए बहुत कुछ है।
बहरहाल गाजियाबाद में बतौर जिलाधिकारी रविंद्र मंदेड़ आ चुके हैं। एक आईएएस अफसर के अलावा अपनी धार्मिक मान्यताओं का भी निर्वाह करते हुए उन्होंने गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ मंदिर में दर्शन के बाद अपनी प्रशासनिक ज़िम्मेदारी की शुरुआत कर दी है। और शहर से रूबरू होने के लिए सीधे मीडिया से संवाद किया। हालांकि उनको आए एक दो दिन या कुछ घंटे ही हुए हैं ऐसे में उनको गाजियाबाद की जनता के सामने चुनौतियों की चर्चा जल्दबाजी होगा। लेकिन आने वाले समय में जलभराव से लेकर गिरते जलस्तर के अलावा कुछ ऐसे मामले ज़रूर हैं जिनका निदान रविंद्र मंदेड़ की कमान में अब जल्द हो सकता है।
वैसे तो नये जिलाधिकारी के स्वागत सत्कार के लिए खास लोगों के अलावा प्रशासनिक अमला भी लगातार पहुंच ही रहा है। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल आईएएस और जीडीए वीसी अतुल वत्स आईएएस ने भी गर्मजोशी से रविन्द्र मंदेड को शुभकामनाएं पेश कर दीं हैं। हालांकि फिलहाल गाजियाबाद में हर स्तर पर शानदार अधिकारियों की टीम मौजूद है, क्योंकि मुख्य विकास अधिकारी के अलावा नगर निगम, जीडीए की ज़िम्मेदारी भी आईएएस अधिकारी ही निभा रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके जनता की समस्याओं को दूर करने से पहले समस्या को समझना और जनता के मिज़ाज को समझना बेहद जरूरी है। जहां तक पुलिसिंग और क़ानून व्यवस्था का सवाल है कमिश्नरेट बनने के बाद प्रशासन का सीधा दखल किसी हद घटा तो लेकिन जनता की उम्मीद नहीं।
हर साल आने वाली बरसात, उसको लेकर की जाने वाली तैयारियों और नतीजों की बात की जाए तो सिर्फ एक महंगी कार का बरसाती जल भराव में बंद वाली घटना ही यह बताने के लिए काफी है कि जल निकासी और जल प्रबंधन के लिए नालों और ड्रेनेज सिस्टम पर अभी बहुत काम बाक़ी है। दरअसल एक महंगी कार के मालिक ने कथित तौर पर बरसाती जल भराव के लिए करोड़ों टैक्स वसूली के बावजूद नाकामी को लेकर गाजियाबाद नगर निगम को नोटिस भेजा। लेकिन नगर निगम ने समस्या से निजात के बजाय कथित तौर पर पीड़ित पर पलटवार करते हुए उसको पेशेवर शिकायतकर्ता साबित करने में महनत करनी शुरू कर दी।
बहरहाल गाजियाबाद के जिलाधिकारी रविंद्र मंदेड़ मूलरूप से जयपुर यानी आरटीओ सिरीज़ के मुताबिक RJ 14 के रहने वाले हैं और अब गाजियाबाद यानी up 14 में जनता की सेवा करने आए हैं। पिंक सिटी से हाट सिटी तक के सफ़र में रविंद्र मंदेड़ आईएएस अपने अनुभव के पिटारे में यक़ीनन इतना कुछ भरे होंगे कि जनता को बहुत कुछ हासिल हो सकता है। बस जरूरत इस बात की है कि माननीय योगी जी मंशा के अनुरूप बिना किसी भेद भाव के हर नागरिक को उसका अधिकार उस तक पहुंचा दिया जाए। इसके लिए अपने आसपास चापलूस और स्वार्थ के चश्मे से देखने और दिखाने वाले लोगों से सावधान रहना जरूरी है।
(आज़ाद ख़ालिद टीवी पत्रकार हैं डीडी आंखों देखी सहारा समय इंडिया टीवी इंडिया न्यूज़ सहित कई राष्ट्रीय चैनलों में जिम्मेदार पदों पर कार्य कर चुके हैं।)