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Cyber crime challenge साइबर क्राइम काबू करना पुलिस लिए बड़ी चुनौती: असीम अरुण

-जिला प्रभारी मंत्री ने की पिंक बूथों के कार्यों की समीक्षा
-बूथ प्रभारियों को किया सम्मानित

Cyber crime challenge साइबर क्राइम काबू करना पुलिस लिए बड़ी चुनौती: असीम अरुण
Aseem Arun up minster and ajay Mishra police commissioner ghaziabad inspection of pink booth police station

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने बुधवार को यहां कहा कि साइबर क्राइम पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने इससे निपटने के लिए प्रशिक्षण के द्वारा पुलिस विभाग की क्षमता बढ़ाये जाने पर बल दिया गया।
उन्होंने कहा कि इसके लिए पुलिस को ठोस कार्य योजना तैयार करनी होगी और साइबर क्राइम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी ।
असीम अरुण पुलिस लाइन्स स्थित शहीद परमजीत हॉल में कमिश्नरेट गाजियाबाद में पिंक बूथों के उदघाटन एवं स्थापना का 01 वर्ष सफलतापूर्वक व्यतीत होने के फलस्वरूप आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने पिंक बूथों द्वारा किये गये कार्यों की समीक्षा भी की। गाजियाबाद के 20 पिंक बूथ का वर्चुअल उद्घाटन तथा सभी 20 चार पहिया पिंक पुलिस मोबाइलों को एक साल पूरा हो गया है । इसी अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि पिंक बूथ की स्थापना का उद्देश्य सेफ सिटी परियोजना एवं मिशन शक्ति के अन्तर्गत महिलाओं को सार्वजनिक स्थलों पर सम्मानित जीवन एवं स्वावलम्बन के साथ-साथ एक भयमुक्त एवं सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना है। पिंक बूथ के प्रमुख कार्यों के अन्तर्गत महिलाओं को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं उनसे सम्बन्धित हेल्पलाइन की जानकारी देना, उनको कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना, उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सहज वातावरण तैयार करना, महिलाओं की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करना, स्कूल/कॉलेजों में जाकर बालिकाओं को अपराधों के प्रति जागरूक करना, महिलाओं/बच्चियों की काउंसलिंग करना है। उन्होंने कहा कि स्कूल व कॉलेज के खुलने व बंद होते समय व मॉल/बाजार/मेलों इत्यादि स्थानों पर विशेष निगरानी करना, पारिवारिक कलह व दहेज के मामलों में प्राइवेट महिला एवं पुरूष काउंसलरों की सहायता से दोनों पक्षों की काउंसलिंग कर परिवारों को टूटने से बचाना महिला अपराधों के प्रति संवेदनशील स्थानों की गस्त व पेट्रोलिंग, चैपालों का आयोजन कर अन्य विभागों से समन्वय बनाना, महिलाओं/बच्चियों के लिए सेल्फ डिफेंस के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराना, गुमशुदा बच्चों/घर से भटकी हुयी मानसिक रूप से अस्वस्थ महिलाओं एवं बालिकाओं को तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द करना, जीवन से निराश होकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली महिलाओं की काउंसलिंग कर जीवन के प्रति उनकी आस्था की पुनस्र्थापना करना आदि प्रमुख हैं।
इस अवसर पर असीम अरुण ने सराहनीय कार्य करने वाली पिंक बूथ प्रभारियों रश्मि कुन्तल,संदीपा मलिक, सरिता मौर्य, दुष्यन्त निम, राखी शर्मा, को पुरस्कृत किया तथा उनको बधाई एवं शुभकामनायें दी गयीं।
पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में प्रत्येक पिंक बूथ 24 घंटे तीन शिफ्टों में कार्यरत है, जिसमें प्रत्येक पिंक बूथ में शत प्रतिशत महिलाकर्मी कार्यरत हैं। जिनकी प्रभारी एक महिला उप निरीक्षक है । सभी पिंक बूथों पर चार पहिया वाहन मय चालक, सीयूजी नम्बर, वायरलेस सेट एवं पारदर्शिता हेतु सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापित किया गया।
पूनम मिश्रा, सहायक पुलिस आयुक्त, महिला अपराध द्वारा पिंक बूथों की कार्यप्रणाली का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर संयुक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी, एडीसीपी कल्पना सक्सेना समेत तमाम पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
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आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more

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