
–गौवंश की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: धर्मपाल सिंह
-पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री ने की गौआश्रय स्थलों की समीक्षा बैठक
गाजियाबाद। किसान समृद्धि योजना के तहत सरकार दो सौ गायें पालने पर दो करोड़ की अनुदान राशि देगी: धर्मपाल सिंह
फोटो:jpg22
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन मंत्री धर्मपाल सिंह ने रविवार को रविवार को जिला मुख्यालय परिसर स्थित विकास भवन में आधा दर्जन विभागों पशुधन विभाग, ग्राम्य विकास, शहरी विकास विभाग, राजस्व, पंचायती राज विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को गौवंश संबंधी केन्द्र सरकार व उप्र सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभांवित कराने का निर्देश दिया।अधिकारियों ने बताया कि जनपद गाजियाबाद में मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या 680 है, जबाकि इन्हें कुल मिलाकर 1165 गोवंश सुुपुर्द किये गये हैं।
समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए किसान समृद्धि योजना के साथ-साथ कई योजनाएं लागू की हैं। इनमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण गौवंशों को संवर्द्धन व दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए देशों गायों की नस्लों में सुधार लाना है।
पशुधन मंत्री ने बताया कि कृत्रिम गर्भाधान से देशी गायों की नस्लों में सुधार लाया जाएगा। इसके साथ ही पशुपालको को गायें पालने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मुफ्त गायें दिये जाने से साथ ही उन्हें पालने के लिए अनुदान राशि भी उपलब्ध करायी जा रहा है। पशुधन मंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा अच्छी नस्ल की एक गाय पालने के लिए चालीस हजार से लेकर दौ सौ गायें पालने पर दो करोड़ की अनुदान राशि तक प्रदान की जा रही है।
मंत्री ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता निआश्रित गायों को गौशाला में भिजवाना व वहां उनके चारे व पानी की उचित व्यवस्था किये जाने की है। सरकार एक तरफ जहां कृत्रिम गर्भाधान कर गायों की नस्लों को सुधारेगी, वहीं बछÞडों का बधियाकरण, चारागाह की जमीनें चिन्हित कर उन्हें कब्जा कराने, बकरी पालन, सुअर पालन, मुर्गी पालन आदि को बढावा देने के लिए अनुदान राशि प्रदान कर रहे हैं।
पशुधन मंत्री ने दावा कि उत्तर प्रदेश दूध उत्पादन में देश में नंबर एक राज्य है। दुधारु गाय-भैंसो सहित अन्य पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण करने, आवारा व निराश्रित गौवंशों व अन्य पशुओं को बचाने के लिए प्रदेश में 520 मोबाइल पशु चिकित्सा दल बनाये गये हैं। बीमार व घायल पशु की चिकित्सा के लिए टोल फ्री नंबर 1962 पर फोन करके जानकारी दी जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पशुपालको की आदमी दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है।