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क्या है सिटीज़नशिप अमेंडमेंट बिल यानि CAB-संक्षिप्त परिचय!

citizenship amendment bill 2019 CAB, the reality
CAB-संक्षिप्त परिचय!

नई दिल्ली (12 दिसंबर 2019)- सिटिज़नशिप अमेंडमेंट बिल को लेकर सड़क से संसद तक फिलहाल देशभर में चर्चा है। हर नये क़ानून की तरह इसको लेकर भी लोगों में बेचैनी है। यक़ीनन इसको लागु उसी व्यवस्था को करना है जो अभी तक दूसरे क़ानूनों को लागु करती रही है। इसको लेकर लोगों के मन कई सवाल हैं। ख़ासतौर से पुर्वोत्तर और कई इलाक़ों में प्रदर्शन हो रहे हैं। लेकिन मुस्लिम समाज भी इसको लेकर काफी पशोपेश में है। एक तो ये कि फिलहाल देश का मुस्लिम किसी ठोस नेतृत्व के बग़ैर घबराया हुआ है। साथ ही उसको अभी पूरी तरह इस की मालूमात भी नहीं है। यक़ीनन इस क़ानून में कुछ ऐसे तथ्य हैं जिसकी वजह से कुछ लोगों को परेशानी हो।
इसीलिए फिलहाल विस्तार से चर्चा के बजाय हमारी टीम के सम्मानित सदस्य और लीगल एडवाइज़र ने इस विधेयक का एक छोटा परिचय हम तक भेजा है। जो कि इस प्रकार है…
26 जनवरी 1950 से [जुलाई 1987 के दरमियान में पैदा होने वाला हर लङका / लङकी जो भारत में पैदा हुआ है, वोह हिन्दुस्तानी है।
Section-03-The Indian Citizenship-Act-1955.
1 जुलाई 1987 से लेकर दिसम्बर 2003 के दरमियान जो भी लङका / लङकी हिन्दुस्तान में पैदा हुआ हो और उस के माँ बाप में से कोई भी हिन्दुस्तानी हो वोह हिन्दुस्तानी माना जाएगा [उसे हिन्दुस्तानी शहरियत हासिल होगी]! Section-3-The Indian Citizenship Act-1955 (तरमीम शुदा) 2004- से आज तक जो भी लङका / लङकी भारत में पैदा हुआ हो जिस में माँ और बाप दोनों भी हिन्दुस्तानी हो या दोनों में से कोई भी illegal Immigrants (गैर क़ानूनी तौर पर हिन्दुस्तानी सरहद) में दाख़िल ना हुआ हो वोह भी हिन्दुस्तानी माना जाएगा!
Section-3-The Indian Citizen(तरमीम शुदा) The Indian Act-1955)
इस के मुताबिक़ हमें NRC. से ख़ौफज़दा (डरने की) ज़रूरत नहीं मुसलमान इस से डर या खौफ में ना रहें। बल्के अपने अपने ज़रूरी काग़ज़ात की तैय्यारी कर के हिफाज़त से रख्खें!! जनगणना (मर्दम शुमारी) या किसी भी Door To Door किसी भी सर-वे (इनक्वायरी) के वक़्त तमाम मुसलमान भाईय्यों और बहनों से गुज़ारिश है, के वोह सभी मालूमात को बहोत ही ध्यान से भरें और मज़हबी कालम में (ईसलाम) ही लिख्खें और ज़ात के कालम में सिर्फ (मुस्लिम) ही लिख्खें इस के अलावा और कुछ ना जोङें_ जैसे के शिया, सुन्नी, पठान, अहल-ए-हदीस, तबलीग़ी या जमाअत-ए-ईस्लामी वगैरह!!
बराए करम इस पोस्ट को अपने तमाम मुस्लिम भाईय्यों तक पहुँचाऐं।
मज़हबी कालम में (ईसलाम) लिख्खें “मुस्लिम” ना लिख्खें और किसी भी फिरक़े का या जमाअत का नाम बिल्कुल भी ना लिख्खें! किसी भी फार्म को भरने के लिए किसी भी सरकारी आदमी या ज़िम्मेदार पर भरोसा ना करें! तमाम मालूमात ख़ुद भरें या अपने ही किसी मुस्लिम रिशतेदार या जानकार से सही भरवाएँ, फार्म भरते वक़्त सिर्फ बॉल पैन का इस्तेमाल करें, पेन्सिल या जेल पेन का ईस्तेमाल ना करें। क्यूँ के मुमकिन है के सरकारी आदमी उस को मिटा कर कुछ और ना भर दे!!
ये बहुत ज़रूरी मालूमात है, हम फज़ूल बातों को तो बहोत क़सम दे देकर आगे भेजने के लिए कहते हैं, मगर ये बहोत ज़रूरी काम की बात है, हर हिन्दुस्तानी मुसलमान भाई और बहन को ज़रूर भेजें । यही वक़्त की अमह ज़रूरत और तक़ाज़ा है, और ख़िदमत और सवाब का ज़रिया भी है,
!!

NRC. __مُکَمّل معلومات

26 جنوری 1950 سے 1جولائی 1987 کے درمیان میں پیدا ہوا ہر وہ لــڑکا / لــڑکی جو ہندوستان میں پیدا ہوا ہیے وہ ہندوستانی ہیے !
Section-03-The-Ihndian- Citizenship-Act-1955
1-جولائی 1987 سے لیکر دسمبر – 2003 کے درمیان جو بھی لـڑکا/لـڑکی ہندوستان میں پیدا ہوا ہو اور اُس کے ماں باپ میں سے کوئی بھی ہندوستانی ہو اُسے ہندوستانی شہریت حاصل ہوگی- Secton -03-The-Indian-Citizenship-Act-1955(ترمیم شدہ)
2004-سے آج تک تک جو بھی لـڑکا/لـڑکی بھارت میں میں پیدا ہوا ہو جس میں ماں اور باپ دونوں – بھی- ہندوستانی ہو یا دونوں میں سے کوئی بھی Illlge- lmmigrants( غیر قانونی طور پر ہنوستانی سرحد) میں داخل نہ ہوا ہو وہ بھی ہندوستانی مانا جائیگا ( Section-03-The-lndian-Citiz-TheIndian-Act-1955) (ترمیم شدہ)
اس کے مطابق ہمیں NRC# سے خوفزدہ ہونےکی ضرورت نہیں ہیے مسلمان اںس سے ڈر میں نہ رہیں بلکہ اپنے اپنے ضروری کاغذات کی تیاری کرکے رکھیں!

جَن گَننا (مردم شماری) یا کسی بھی ڈور ٹو ڈور سروے کے دوران تمام ہی مسلمان بھائیوں اور بہنوں سے گزارش ہیکہ وہ سبھی معلومات کو بہت دھیان سے بھریں مذہبی کالم میں ‘اسلام’ لکھیں – اور ذات کے کالم میں مسلم لکھیں – اس کے علاوہ اور کچھ بھی نہ جوڑیں. جیسے کی شیعہ. سُنّـی. اہل حدیث تبلیغی جماعت. جماعت اسلامی وغیرہ ،
برائے کرم اس پوسٹ کو اپنے تمام مسلم بھائیوں کو آگے بھیجیں اور مذہبی کالم میں اسلام لکھیں مسلم نہ لکھیں یا کسی بھی فرقے یا جماعت کا نام نہ لکھیں. کسی بھی فارم بھرنے کیلئے کسی بھی سرکاری ذمیدار پر بھروسہ نہ کریں باقی تمام معلومات خود بھریں یا اپنے ہی کسی مسلم بھائی جانکار سے بھروائیں اور یاد رکھیں معلومات بھرتے وقت صرف بال پین کا استعمال کریں. پینسل یا جیل پین نہ استعمال کریں کیونکہ ممکن ہیکہ سرکاری آدمی اس کو مٹا کر کچھ اور نہ بھر دے..
یہ بہت ضروری معلامات ہیے ہم فضول باتیں بہت قسم دے دے کر آگے شیئر کرنے کو کہتے ہیں مگر یہ واقعی ضروری کام کی بات ہیے ہر ہندوستانی مسلمان کو بھیجیں یہی وقت کا تقاضہ ہیے اور خدمت کا زریعہ بھی

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आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more

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