Boycott of Türkiye products गाजियाबाद (17 मई 2025) तुर्किये के फल आयात करने व उनकी बिक्री बंद करने के साहिबाबाद सब्जी मंडी के निर्णय के बाद अब गाजियाबाद के ज्वेलर्स ने भी तुर्किये के सोने व चांदी व अन्य उत्पादों को न बेचने का निर्णय लिया है । ज्वेलर्स ने एलान किया है कि अब वे अपने शोरूमों में तुर्किये का कोई भी उत्पाद नहीं रखेंगे।
एक अनुमान के मुताबिक इस निर्णय से जिलों में तुर्किये को 200 करोड़ से ज्यादा का नुकसान होगा। ज्वेलर्स का कहना है कि इसके पीछे उनका मकसद तुर्किये की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना है । क्योंकि इस देश ने भारत पाकिस्तान तनाव के बीच पाकिस्तान का साथ दिया था जो पूरे भारतवर्ष को नागवार गुजर रहा है । यह निर्णय इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर लिया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए संगठन के जिला अध्यक्ष राज किशोर अग्रवाल ने बताया कि इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन ने आह्वान किया है कि तुर्की का कोई भी उत्पाद ना बचा जाए ना ही आयात किया जाए। इसी को लेकर गाजियाबाद के ज्वेलर्स ने भी यह फैसला किया है तुर्किये का कोई भी उत्पाद ना बेचा जाए। यह निर्णय तत्काल लागू हो गया है।
500करोड़ रुपये वार्षिक से ज्यादा का होगा नुकसान
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद। 100 से ज्यादा ऐसे बड़े ज्वेलरी शोरूम है। जिनमें बना सोने व चांदी से बने जेवरात व अन्य उत्पाद की बिक्री की जाती है। गाजियाबाद,साहिबाबाद, मोदीनगर, मुरादनगर,लोनी, वैशाली, कौशाम्बी, इन्दिरपुरम में करीब 100 शोरूम हैं जिनमे तुर्किये के उत्पाद बेचे जाते हैं।तुर्किये से सामान आयात किया जाता है। वह सोने व चांदी से बना होता है । कुल कारोबार का लगभग 15फीसद हिस्सा ज्वेलरी मार्केट में तुर्किये का है। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। क्योकि संकट के समय में तुर्किये ने दुश्मन देश पाकिस्तान का साथ दिया। इसलिए तुर्की को सबक सिखाने के लिए यह फैसला लिया गया है। जो कि पूरे देश में लागू किया गया है।