
गाजियाबाद (18 नवंबर 2025)- कोटा यूं तो एजुकेशन हब माना जाता है, कंपीटिटिव एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए कोटा सपनों का शहर माना जाता है। लेकिन पिछले दिनों वहां से भी बेहद भयावह ख़बरें आईं, कई छात्रों द्वारा अपने जीवन को समाप्त करने के समाचारों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। हालांकि परीक्षा की तैयारियां हों या परीक्षा के नतीजे इनके ख़राब नतीजे या फिर कोचिंग सेंटर की लापरवाही या झूठे वादों ने बहुत छात्रों को जीवन से ही मायूस कर दिया लेकिन इसके पीछे इन सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई न हो पाना भी बड़ी वजह है। और यही लापरवाही अपने नौनिहालों के जिंदगी को खत्म करने की घटनाओं ने सैंकड़ो माता पिता और उनके परिजनों को अंतहीन दर्द में डुबोने की वजह बन रही है।
अच्छी शिक्षा और करियर के नाम चल रहे महंगे-महंगे कोचिंग सेंटरों की पूरे देश में भरमार है, लेकिन डिजिटाइजेशन के दौर में आनलाइन कोचिंग और करियर काउंसलिंग वालों ने तेजी से पैर पसारे हैं। वैसे तो ये आनलाइन कोचिंग सेंटर आमतौर हर साल हजारों बच्चों कि करियर संवारने में मददगार बनते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो कि यूपीएससी, नीट से लेकर आईएएस, आईपीएस और उच्च कोटि के डाक्टर बनाने के ऐसे लोकलुभावन सपने परोसते हैं कि भोले भाले छात्र और उनके परिजन फंसकर रह जाते हैं। कोचिंग सेंटर अपने झूठे वादों और फरेब के जाल में परिजनों और छात्रों को फंसाकर लाखों रुपए ऐंठ लेते हैं। लेकिन जैसे जैसे फरेब से परदा उठता है छात्रों के सपने चूर हो जाते हैं। एक तो कोचिंग सेंटर के झूठे सपने, महंगे-महंगे बिल और नतीजा उम्मीद से उलट, तो छात्रों के सामने करियर के बजाय अंधकारमय भविष्य दिखाई देता है। जिससे पार पाना कुछ छात्रों के लिए मुश्किल हो जाता है। आज हम आपको रूबरू करा रहे हैं शिक्षा और महंगे-महंगे कोचिंग सेंटर के नाम पर पनप रहे ऐसे मकड़जाल से जो कई बार न सिर्फ छात्रों को ठग रहा होता है बल्कि कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है। इसमें हमारे पास एक मामला सामने भी आ चुका है जो कि अनैकडमी नाम के कोचिंग सेंटर से जुड़ा है। इसमें छात्रों ने अनैकडमी प्रबंधन पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है उनके भविष्य से खिलवाड़ किया गया है। छात्रों का आरोप है कि आनलाइन कोचिंग के नाम पर मोटी फीस लेने के बावजूद अपने वादों को पूरा नहीं किया गया। हम इस खबर को विस्तार से आप तक पहुंचाने से पहले अनैकडमी प्रबंधन का पक्ष भी लेने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि फिलहाल कुछ छात्रों ने अनैकडमी प्रबंधन पर लगे आरोपों के साथ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया है।
हम फिलहाल अनैकडमी प्रबंधन के जवाब का इंतजार कर रहे हैं, ताकि अपने पाठकों को उससे भी अवगत कराया जा सके। लेकिन इतना तो तय है कि यूपीएससी और बड़े कंपटीटिव एग्जाम पास कराने की तैयारी के नाम चल रहे गोरखधंधे में बहुत कुछ चौंकाने वाला खुलासा हो सकता है।