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गाजियाबाद(4 नवंबर 2025) फेनसीडील कफ सीरप की कालाबाजारी और तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का गाजियाबाद पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश करने का दावा किया है । पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 ट्रक 12 टायरा 2 आयशर कैंटर जब्त किए हैं। जिनमें से प्रतिबंधित एसक्फ कफ सीरप,फेनसीडील कफ सीरप की शीशीयाँ और क्रेटा कार,20 लाख रूपया नगद व दो लैपटाँप, मोबाईल, फ़ेक मोबाईल सिम, मुहर व टेपेन्दोल एक्सटेंडेड रिलीज टैबलेट की स्टिप और दस्तावेज बरामद किए हैं। कफ सीरप की कीमत लगभग 3 करोड 40 लाख रूपये आंकी गई है ।
इसके बारे में जानकारी देते हुए एडीसीपी पीयूष सिंह ने बताया कि दिल्ली और गाजियाबाद से सप्लाई होने की बात प्रकाश में आयी थी । सूचना को सोनभद्र पुलिस को कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस के साथ साझा किया गया और सोनभद्र से पुलिस की एक टीम भी गाजियाबाद आयी। सोनभद्र पुलिस के इनपुट के आधार पर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट गाजियाबाद के निर्देशन में स्वाट टीम अपराध शाखा, नन्दग्राम पुलिस व सोनभद्र पुलिस ने सूत्र (मुखबिर) की सूचना पर की। रात में मेरठ रोड पर मछली गोदाम परिसर में बरेली-गोरखपुर ट्रांसपोर्ट के गोदाम से कुल 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर वहां खडे 4 ट्रकों से कुल 1150 पेटी कफ सीरप जिसमें 850 पेटी एसक्फ कफ सीरप,फेनसीडील कफ सीरप बरामद किया।
जिन्हें चूने के बोरो के बीच में छिपाकर रखा गया था, को बरामद किया गया । सभी पेटियों में 100 मि.ग्रा. की शीशी थी । कुल 15735 लीटर सीरप जब्त किया गया ।
उन्होंने बताया कि कफ सीरप कोडीन युक्त होता है, जोकि मादक द्रव्य की श्रेणी में आता है । कोडीन की एक किलो से अधिक की मात्रा होने पर परिवहन व भण्डारण के लिए विशेष दस्तावेज़ आवश्यक है, लेकिन अभियुक्तों ने इस बारे में कोई दस्तावेज पेश नहीं किये
। इस गिरोह का मुख्य आरोपी ने पूछताछ में बताया कि इन कफ सीरप में कोडीन होने के कारण भारत व बांग्लादेश में नशे की सामग्री के रूप में प्रयोग किया जाता है । भारत में इनकी बिक्री पर कई प्रतिबन्ध होने के चलते इनकी तस्करी और कालाबाजारी की जाती है ।