नासिक(16जुलाई2015)- अभी तक तो कुंभ में कथिततौर पर कॉंडोम की कमी की चर्चाओं के चलते महाराष्ट्र में होने वाला कुंभ काफी चर्चाओं में था। लेकिन एक साध्वी यानि महिला साधु द्वारा यहां के जाने माने महंत पर इतने गंभीर आरोप जड़ें है कि सुनने वालों के यक़ीन तक नहीं आ रहा है।साध्वी द्वारा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत ज्ञानदास पर गंभीर आरोप लगे हैं। त्र्बंकेश्वर कुंभ के दौरान एक साध्वी ने महंत ज्ञानदास पर छेड़छाड़ और बदसूलकी का आरोप लगाते हुए महंत को गुंडा तक कहा है। आरोप लगाने वाली साध्वी त्रिकाल भवंता का कहना है कि ध्वाजारोहण के दौरान महंत ज्ञानदास ने बदसलूकी कोशिश की।
दिलचस्प बात ये है साध्वी का कहना है कि इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मंच पर मौजूद थे। साध्वी का ये भी कहना है कि उनपर जानलेवा हमला हो सकता है और महंत ज्ञानदास मेरी हत्या करवा देना चाहते हैं। साध्वी त्रिकाल भवंता महिलाओं के परी अखाड़े को कुंभ के दौरान समान अधिकार और अलग से स्थान देने की मांग कर रहीं हैं। ध्व्रुारोहण कार्यक्रम के दौरान साध्वी भवंता ने मंच पर जाकर महिला संतों के ‘परी अखाड़ा’ को 14वें अखाड़े के रूप में कुंभ में समान अधिकार और स्थान देने की मांग की थी जिसे नकार दिया गया था। हांलाकि तमाम आरोपों पर महंत ज्ञानदास ने जवाब दिया है कि हम कोई मंत्री नहीं है, एमपी नहीं है और जिला मजिस्ट्रेट नहीं है, अगर साध्वी जी कह रही हैं तो एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए और जेल भेजा चाहिए।