ग़ाज़ियाबाद(5 नवंबर 2015)- समाजवादी पार्टी की प्रदेश सरकार के कई पदाधिकारियों को लेकर समय समय पर गंभीर आरोप सामने आते रहे हैं। लेकिन शायद गाजियाबाद के हालात बेहद नाज़ुक हैं। कभी किसी सपा नेता द्वारा किसी अफसर को धमकाने और का ऑडियो टेप हो या फिर कई तरह के दूसरे गंभीर आरोप।
लेकिन शायद इस बार तो हद ही हो गई है। क्योंकि हालात ये हुए कि गाजियाबाद समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता और सपा मुखिया मुलायम सिंह की नज़दीकी की चर्चाओं में रहने वाले एक पदाधिकारी पर उनके ही पूर्व पार्टनर ने न सिर्फ लाखों रुपए हड़पने के आरोप लगाए हैं, बल्कि सत्ता के दम पर पुलिसिया धमकी तक देने की बात कही है। ये अलग बात है कि आरोपी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं, और इस बारे में प्रेस के सामने अपनी सफाई देने का मन बना चुके हैं।
दरअसल गाजियाबाद समाजवादी पार्टी के महानगर अक्ष्यक्ष संजय यादव पर उनके ही एक पूर्व साथी ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। नितिन सिंघल नाम के एक शख्स का आरोप है कि संजय यादव ने उनकी लगभग 20 लाख रुपए की एक दुकान और 70 लाख रुपए हड़प लिए हैं। इतना ही नहीं नितिन सिंहल का यह भी आरोप है कि साल 2014 में हड़पी गई रकम के इस मामले में अब संजय यादव न सिर्फ पुलिसिया दबाव बना रहे हैं, बल्कि और रकम भी भी मांग कर रहे हैं। उधर इस मामले को लेकर पुलिस एहतियात भी बरतती नज़र आ रही है।
जबकि इन आरोपों के बारे में संजय यादव का कहना है कि उन पर लगे तमाम आरोप बेबुनियाद हैं। बहुत ही कम समय में अपने दमखम पर गाजियाबाद की राजनीति में अपने पैर जमाने वाले संजय यादव का कहना है कि ये तमाम आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और इस बारे में वो प्रेस के सामने पूरी सफाई पेश करेंगे, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
दरअसल संजय यादव शहर में एक ऐसे युवा नेता हैं जिनको लेकर अक्सर उनकी ही पार्टी तक में कुछ लोगों में बेचैनी पाई जाती रही है। इतना ही नहीं कहा तो यहां भी जाता है कि संजय यादव की सपा मुखिया से नज़दीकी और हाईकमान तक पकड़ को लेकर पार्टी के ही कई लोग घुटन महसूस करते रहे हैं। बहरहाल इस मामले ने एक बार ये साबित कर दिया है कि सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के सामने विकास और विपक्ष के अलावा अपनी ही पार्टी के कुछ लोगों को लेकर चुनौतियां भी कम नहीं हैं।