नई दिल्ली( 23जुलाई2015)- दिल्ली में केजरीवाल सरकार द्वारा विज्ञपन पर किया जाने वाला खर्च विपक्ष की आंखी की किरकिरी और आम आदमी पार्टी के लिए जी जंजाल बन गया है। इस बार कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए तंज़ कसा है कि जिस सरकार के पास अपने विज्ञापन के लिए 526 करोड़ रुपए हैं उसके पास सफाई कर्मियों के लिए 200 करोड तक भी नहीं है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन गुरुवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर बोल रहे थे।
इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग द्वारा किया गया, जिसमें हजारों दलित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। काग्रेस कार्यालय सचिव प्रमोद कुमार द्वारा जारी एक रिलीज़ के मुताबिक़ कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए अजय माकन ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने दलित, पिछड़े व कमजोर वर्ग के लोगों के लिए संविधान में ऐसी व्यवस्था की है जिससे उनका विकास हो सके और समाज में समता स्थापित हो सके। अजय माकन ने कहा कि भारत के आस-पास के जो देश आजाद हुए थे उनमें सबसे अग्रणी भारत ही एक ऐसा देश है जो प्रगतिशील है। ऐसा इसलिए हो सका क्योंकि 65 वर्ष पहले 1950 में डॉ. अम्बेडकर ने एक ऐसा संविधान हमें दिया जिसके कारण हमारे यहां अनेकता में एकता है और इसमें बांटने की आजादी नहीं है। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर जी ने हमें अभिव्यक्ति की आजादी दी और ऐसा लोकतंत्र दिया जिसमें संविधान सबसे ऊपर है। जबकि हमारे साथ और आस-पास आजाद हुए काफी देशों में अस्थिरता रही है। इस मौके पर अजय माकन ने आम आदमी पार्टी की सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि यह वह राजनीतिक पार्टी है जिसने चुनाव से पहले दलित व गरीब वर्ग को बड़े-बड़े सपने दिखाये और उनकी भावनाओं से खेलते हुए दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुए। परंतु इस वर्ग को केजरीवाल की बड़ी-बड़ी बातों के अलावा कुछ नहीं मिला। दिल्ली के उपमंख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने ढाई घंटे के बजटीय भाषण में ढ़ाई मिनट भी दलितों पर नहीं बोला और बजट से संबधित भारी भरकम किताब में दो शब्द भी दलितों के उत्थान को लेकर नहीं है। अजय माकन ने कहा कि आजकल एफ.एम. रेडियो पर हर गाने के बाद केजरीवाल का गाना शुरु हो जाता है जिसमें केजरीवाल अपनी पीठ थपथपाते नहीं थकते जिसमें करोड़ो रुपये दिल्ली सरकार विज्ञापनों पर खर्च कर रही है।माकन ने कह कि पिछले वर्ष दिल्ली सरकार का प्रचार का बजट मात्र 24 करोड़ था जबकि इस बार का प्रचार का बजट 526 करोड़ है। ज्ञात हो कि दिल्ली के सफाई कर्मचारियों को यदि उनके एरियर का भुगतान किया जाए तो मात्र 200 करोड़ में यह भुगतान हो सकता है जबकि इस समाज का समर्थन लेकर केजरीवाल ने दिल्ली में सरकार बनाई थी।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चैयरमेन पी.एल. पुनिया ने कहा कि हमें अम्बेडकर जी के संदेश को दिल्ली के सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पहुंचाना चाहिए जिससे कि लोगों को पता लगे कि डॉ. अम्बेडकर ने ऐसी समाजिक व्यवस्था होने की बात कही थी जिसमें जातीय आधार पर कोई भेदभाव न हो और सभी को सामाजिक न्याय मिल सके। सभा को सम्बोधित करते हुए डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंति समारोह के दिल्ली के चैयरमन चौ. प्रेम सिंह ने कहा कि हम पूरी दिल्ली में डॉ. अम्बेडकर की जंयति पूरे वर्ष मनाऐंगे और दिल्ली में रह रहे दलित वर्ग के लोगों में जागृति फैलाते हुए कांग्रेस की नीतियों का प्रचार व प्रसार करेंगे। समारोह में प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के अलावा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चैयरमेन पी.एल. पुनिया, भीमराव अम्बेडकर की 125वी जयंति समारोह के दिल्ली के चैयरमेन चौ. प्रेम सिंह, दिल्ली प्रदेश अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष शिवराम सिंह, पूर्व विधायक जय किशन, ब्रहम यादव, मालाराम गंगवाल, सुरेन्द्र कुमार, वीर सिंह धींगान, अमरीश गौतम, मदन खोरवाल, चै0 अजीत, ईश्वर बागड़ी, अंजना पारचा, रिंकू, अनुरुद्ध लाल, डा0 नरेश कुमार, बलजोर सिंह, वरयाम कौर, नरेश शर्मा नीटू, प्रवीण मैसी, सुनील कुमार, राजकुमारी, रमेश पंडित, भोपाल सिंह, ओमपाल धींगान व राजेन्द्र मेवाती मुख्य रुप से मौजूद थे।