मुंबई(22जुलाई2015)- आजकल कई जगहों पर खासतौर पर गाडियों और सार्वजनिक स्थलों पर लिखा रहता है कि गर्व से कहो कि हम ये हैं गर्व से कहो हम वो हैं। या मुझे गर्व है कि हम फलां हैं। लेकिन आज एक ऐसे हैवान की हरकत की बात करते हैं जिससे शायद शैतान भी पनाह मांग ले, और उसकी इस हरकत पर यक़ीनन हमको भी लगेगा कि गर्व होने की बजाए हम शर्मिंदा हैं कि हमारा देश और समाज आख़िर किस दौर से गुज़र रहा है।
मुबंई के एक स्कूल की एक लड़की ने अपने टीचर को चुपचाप एक चिट्ठी दी। टीचर हैरान रह गया और जब उसने चिठ्ठी पढ़ी तो उसके होश ही उड़ गये। पहले रिएक्शन के तौर पर उसने चिठ्ठी को फेंक दिया कि कहीं किसी ने देख लिया तो क्या होगा। लेकिन फिर उसने चिठ्ठी को उठाया और एक एनजीओ की मदद से पुलिस तक जा पहुंचा। चिठ्ठी में ऐसा क्या था जो टीचर के साथ साथ पुलिस भी चकरा गई कि आख़िर करें क्या।
ये कोई मामूली खत नहीं था, जिसमें लड़की ने स्कूल से छुट्टी मांगी हो। दरअसल अपनी ज़िंदगी और अपने परिवार से हताश लड़की ने परेशान होकर टीचर को खत लिखकर मदद मांगी थी। लड़की ने चिट्ठी में लिखा था कि उसका पिता उसकी इज़्ज़त से खिलवाड़ करता है और उसकी मां चुपचाप देखती है।
टीचर ने खत पढ़ने के मुंबई के वाशी इलाक़े के एक एनजीओ से संपर्क किया। जिसके बाद एनजीओ ने ज़हनी तौर पर बीमार माता-पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। अभी पिछले हफ्ते ही एक स्कूल में आठवीं क्लास में पढ़ने वाली 13 साल की इस स्टूडेंट ने अपने टीचर को खत में लिखा कि मेरा पिता मुझसे रेप करता है और मां चुप रहती है।’
लड़की के खत को पढ़ने के बाद बुरी बौखला गये टीचर ने तत्काल चिठ्ठी को फेंक दिया। इसी सोमवार की रात पिता और लड़की की मां दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और पिता को अरैस्ट कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक लगभग 45 साल के फल बेचने वाले लड़की के पिता के खिलाफ लड़की ने कहा है कि मां के सामने मुझसे मेरा पिता रेप करता है। रेप के बाद मेरी मां मुझे खाने के लिए कुछ दवाई देती थी। लड़की का आरोप है कि जब मैं सात साल की थी तब से ही मेरा बाप मेरे साथ रेप कर रहा है।
शिकायत के बावजूद मेरी मां ने मदद करने से इनकार कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वह प्रेगनेंसी से बचने के लिए मां की तरफ से दी जाने वाली दवाई की जांच कर रही है। रेप पीड़िता की एक बड़ी बहन और एक बड़ा भाई है। इसके साथ ही पीड़िता के दो और छोटे भाई हैं। पीड़िता ने दावा किया है कि जब भाई-बहन घर पर नहीं होते थे तब पिता रेप करता था। लड़की ने पुलिस को बताया कि जब उसके भाई घर पर नहीं होते थे तब पिता रेप करता था। मेरे भाई का घर पर न होना पिता के लिए रेप करने का सुरक्षित मौका होता था। मेरी मां के सामने वह घर में रेप करता रहा लेकिन मां ने मेरी कभी मदद नहीं की। लड़की ने पुलिस से कहा कि उसने अपनी 17 साल की बहन को भी इस वाकये के बारे में बताया था। पुलिस ने बताया कि उसकी बड़ी बहन परिवार के साथ नहीं रहती थी। लड़की ने बताया कि उसकी बड़ी बहन पर भी पिता ने यौन हमले किए थे। लड़की ने यह भी बताया कि उसने इससे पहले इस बारे में अपने पड़ोसियों को बताया था और मदद मांगी थी लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था। पड़ोसियों ने कहा था कि वह खुद ही पुलिस से संपर्क साधे। उधर जब पुलिस ने इस मामले में रेप पीड़िता की मां से पूछताछ की तो मां ने अपनी बेटी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उसे 15 दिन पहले पता चला कि उसका पति बेटी के साथ रेप करता है। महिला ने कहा कि उसने जानने के बाद अपने पति को डांटा और बेटी से अलग रहने को कहा है। फिलहाल लड़की को एनजीओं के संरक्षण में रखा गया है। लड़की के माता-पिता के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, सेक्शन 5 और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रोम सेक्शुअल ऑफेंस ऐक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। इस मामले अभी केवल पिता को अरेस्ट किया गया है। इस वारदात में पुलिस मां की भूमिका की जांच की जा रही है। पीड़िता ने दावा किया है कि उसकी मां के सामने रेप होता था और वह चुप रहती थी। पीड़ित लड़की ने मां पर रेप के बाद दवाई देने का भी आरोप लगाया है।
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