Breaking News

डीजीएफटी ने शुरू की आवेदन ऑनलाइन भुगतान की सुविधा

online facility
online facility

नई दिल्ली(9 जुलाई 2015)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विजन को ध्याेन में रखते हुए, कागजरहित 24×7ऑनलाइन माहौल में कामकाज की दिशा में एक और छोटा लेकिन महत्वहपूर्ण कदम उठाते हुए विदेश व्या पार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने आज आवेदन शुल्कध क्रेडिट/डेबिट कार्ड्स और 53 बैंकों से इलैक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर के जरिये भरने के लिए ऑन लाइन भुगतान की सुविधा शुरू की। ऑन लाइन भुगतान की सुविधा वाणिज्यफ सचिव सुश्री रीता ए. तेवतिया ने प्रारम्भश की।
व्या.पार में सुविधा प्रदान करने और कारोबार को सुगम बनाने के उपाय के रूप में डीजीएफटी पहले ही निर्यातकों/आयातकों द्वारा विदेश व्याोपार नीति (2015-16) के अंतर्गत विभिन्न आवेदनों को ऑनलाइन जमा कराने की सुविधा प्रारम्भे कर चुका है। इस साल के प्रारम्भ में डीजीएफटी ने डिजिटल प्रारूप में ऑनलाइन आयातक निर्यातक कोड या उद्यमियों/निर्यातकों/आयातकों के लिए आईईसी जारी करने के वास्तेन आवेदनों को ऑनलाइन जमा करने की सुविधा चालू कर दी थी। अब 53 बैंकों, साथ ही साथ क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स के जरिये ऑनलाइन भुगतान की सुविधा उपलब्धी हो जाने के साथ ही, अब न सिर्फ विदेश व्या पार नीति के अंतर्गत विभिन्नस योजनाओं के अंतर्गत मिलने वाले लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा,बल्कि जरूरी आवेदन शुल्कर का ऑनलाइन भुगतान भी किया जा सकेगा, इस प्रकार डीजीएफटीके कार्यालयों में जाने अथवा आवेदन जमा कराने के लिए बैंकों के चक्कयर लगाने की जरूरत पूरी तरह अनावश्यंक हो जाएगी। इस नयी सुविधा के प्रारम्भ् हो जाने के बाद आवेदक डीजीएफटी को शुल्कव का भुगतान 24×7ऑनलाइन माहौल में अपने घरों/दफ्तरों/ या आईटी कीऑस्कए के जरिये अपने क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स या नेट बैंकिंग के जरिये कर सकेंगे। यह सुविधा डीजीएफटी के फील्डन कार्यालयों को काफी हद तक कागजरहित बनाएगी और भंडारण की जगह पर होने वाले अतिरिक्तन खर्च की बचत करते हुए उन्हें 24×7ऑनलाइन माहौल में कार्य करने में सक्षम बनाएगी। इससे शुल्कग की राशि को सरकारी खाते में दो-एक कार्य दिवस में जमा कराना सुनिश्चित हो सकेगा, बैंक ड्रॉफ्ट आदि जमा कराने पर होने वाले अनावश्यंक विलम्बच से बचा जा सकेगा।
डीजीएफटी ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ सहमति पत्र पर हस्तानक्षर किये हैं, जो डीजीएफटी के ऑनलाइन पोर्टल को पेमेंट गेटवे सेवाएं प्रदान करेगा ताकि आवेदक/निर्यातक/आयातक अपने आवेदन शुल्क् का भुगतान क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स के जरिये या नेट बैंकिंग के जरिये कर सकें। इस प्रकार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया निम्नकलिखित कार्य करेगा :
(i) बैंकों से इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड्स और क्रेडिट कार्ड्स के जरिए डीजीएफटी के ऑनलाइन पोर्टल के माध्यकम से शुल्कै एकत्र करने की सुविधा प्रदान करेगा,
(ii) ई-चालान,बैंक स्क्रोसल्से, सभी प्रकार के सफल लेन- देन के लिए ट्रांजैक्शनन आईडी
(iii) लेन-देन विफल रहने वाले तीन दिन के भीतर राशि लौटाना
(iv) पीएओ के साथ त्रुटिहीन एकीकरण और बाद में बैंकों और रिजर्व बैंक के साथ सामंजस्य के लिए सभी संबद्ध विवरण उपलब्धु कराना और
(v) विप्रेषण नियमों के अनुसार राशि का एक या दो कार्य दिवसों में हस्तांातरण
इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट /क्रेडिट कार्ड्स के इस्तेममाल पर वीजा/मास्टर कार्ड से लेन देन पर प्रति लेन देन राशि का 1.45 प्रतिशत, वीजा मास्टर रुपे डेबिट कार्ड लेन देन पर 2000.00 तक के भुगतान पर प्रति लेन देन कुल राशि का 0.75 प्रतिशत, 2000.00 से अधिक के लेन देन पर एक प्रतिशत रहेगा जबकि दस हजार रुपए तक की राशि के लिए मुफ्त और दस हज़ार से अधिक के लेन देन पर प्रति लेन देन 14 रुपए, जबकि सर्विस टैक्स अलग से होगा।

About The Author

आज़ाद ख़ालिद टीवी जर्नलिस्ट हैं, सहारा समय, इंडिया टीवी, वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज़ सहित कई नेश्नल न्यूज़ चैनलों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। Read more

Related posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *