नई दिल्ली(6 जुलाई 2015)- कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के ख़िलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन के नेतृत्व में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल सहित 30 विधायकों के खिलाफ लोकायुक्त कार्यालय पर जाने के लिए एक विशाल प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने अरविन्द केजरीवाल सहित 30 विधायकों के खिलाफ दिल्ली लोकायुक्त कार्यालय में याचिका दायर की। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस बल ने बीच में ही रोक कर उन पर पानी की बौछारे छोड़कर उन्हें आगे जाने से रोक दिया।
प्रदर्शनकारियों में प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के अलावा पूर्व सांसद महाबल मिश्रा, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्रीमती शर्मिष्ठा मुखर्जी, दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डा. नरेन्द्र नाथ, पूर्व विधायक हरीशंकर गुप्ता, अनिल भारद्वाज, भीष्म शर्मा, नीरज बसौया, देवेन्द्र यादव, अमरीश गौतम सुरेन्द्र कुमार, जसवंत राणा, मदन खोरवाल, ब्रहम यादव, जगप्रवेश कुमार, निगम में विपक्ष के नेता मुकेश गोयल, फरहाद सूरी, वरयाम कौर, विरेन्द्र कसाना, चतर सिंह, ओमप्रकाश बिधूड़ी, सुरेश मलिक, राजेन्द्र मलिक, जय किशन शर्मा, रमेश दत्ता, रागिनी नायक, सेवा दल के अध्यक्ष दिनेश्वर त्यागी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ओनिका मेहरोत्रा, विजय सिंह लोचव, अजीत चैधरी, अजीत यादव, तरुण कुमार, जगजीवन शर्मा, एडवोकेट सुनील कुमार अभिषेक दत, प्रेरणा सिंह प्रमुख रुप से मौजद थे।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए अजय माकन ने कहा कि क्योंकि दिल्ली में लोकायुक्त नहीं है इसलिए हमने पहले अरविन्द केजरीवाल सहित 30 विधायकों के खिलाफ लोकायुक्त की खाली कुर्सी को याचिका दी और उसके बाद लोकायुक्त कार्यालय में इस याचिका को दायर किया। अजय माकन ने याद दिलाया कि अरविन्द केजरीवाल अपने पहले कार्यकाल में सिर्फ 49 दिनों में लोकपाल का बहाना लेकर कुर्सी छोड़कर भाग गए थे, परंतु अब उनकी सरकार को दोबारा बने तकरीबन 150 दिन हो गए है, न लोकपाल बिल का कोई अता पता है और न ही अभी तक लोकायुक्त की नियुक्ति की गई है, जबकि नवम्बर 2013 से लोकायुक्त का पद खाली पड़ा हुआ है। श्री माकन ने केन्द्र में बैठी भा.ज.पा. की सरकार और दिल्ली में बैठी आम आदमी पार्टी की सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि ये दोनो पार्टिया भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की बड़ी-बड़ी बाते करते थे परंतु न केन्द्र में लोकपाल और न दिल्ली में लोकायुक्त की नियुक्ति की गई है। शायद केन्द्र व दिल्ली सरकार यह जानती है कि यदि लोकपाल व लोकायुक्त की नियुक्ति की गई तो इन दोनो पार्टियों के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार भी उजागर हो जाऐंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 6 विधायकों के खिलाफ जांच चल रही है और यदि लोकायुक्त की नियुक्ति हो जाती है तो इन विधायकों को जेल जाना पड़ेगा।
अजय माकन ने कहा कि आम आदमी पार्टी के बहुत सारे ऐसे असंतुष्ट विधायक है जो मंत्री बनना चाहते थे, परंतु दिल्ली में कानून के चलते 10 प्रतिशत से ज्यादा मंत्री नहीं बनाऐ जा सकते। माकन के मुताबिक केजरीवाल ने इन विधायकों के भाग जाने के डर से बेकडेट से यानि 13 मार्च 2015 से 21 संसदीय सचिवों की नियुक्ति असंवैधानिक तरीके से कर डाली और उनको मंत्री तुल्य सुविधाऐं जैसे सरकारी गाड़ी, दफतर और अन्य सुविधाऐं भी दे डालीं। अजय माकन ने कहा कि एक तरफ तो केजरीवाल कहते है कि दिल्ली सरकार के पास पैसा नहीं है और सफाई कर्मचारियों, डाक्टरों तक को उनकी समय पर तनख्वा नहीं दी जाती, दूसरी ओर वृद्ध, विकलांग, विधवाओं की पेन्शन भी काफी समय से नहीं मिली है। पी.डब्लू.डी. व दिल्ली जल बोर्ड के बजट के पैसे की कटौती की जाती है। जबकि केजरीवाल अपने बजट में 526.19 करोड़ रुपये प्रचार प्रसार व विज्ञापन के लिए खर्च करने के लिए रखती है। दिल्ली प्रदेश कार्यालय सचिव प्रमोद कुमार द्वारा जारी एक बयान में कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि एफ.एम. चैनलों पर प्रत्येक गाने के बाद केजरीवाल अपनी वाह-वाही का गाना गाते सुनाई देते है। जिस पर सरकार के लाखों रुपये बे वजह खर्च किए जा रहे है। माकन ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के करीब 200 कार्यकर्ताओं को कंसलटेन्ट नियुक्त किया गया है जिनको एक से डेढ लाख तक का वेतन दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा के आम आदमी पार्टी के एक नेता की पत्नी को इस डर से दिल्ली में मोटी वेतन पर रख लिया ताकि वह नेता योगेन्द्र यादव के साथ ना मिल जाऐं। अजय माकन ने कहा कि यदि एक हफ्ते के अंदर दिल्ली में लोकायुक्त के खाली पद को नहीं भरा गया तो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी हर जिले में केजरीवाल सरकार के खिलाफ दिल्ली में लोकायुक्त की मांग को लेकर धरने व प्रदर्शन करेगी और यदि फिर भी केजरीवाल ने लोकायुक्त की नियुक्ति नही की तो दिल्ली कांग्रेस दिल्ली के 280 ब्लाकों में गली-गली जाकर धरने व प्रदर्शन करेगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी पी.सी. चाको ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा दिल्ली में केजरीवाल लोकायुक्त की नियुक्ति इसलिए नहीं करना चाहते क्योंकि यदि लोकायुक्त ने आम आदमी पार्टी के विधायकों के खिलाफ जांच शुरु की तो कई विधायकों को श्री तौमर की तरह जेल जाना पड़ेगा।