लखनऊ(17अगस्त2015)- भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश सरकार द्वारा की जा रही सीधी भर्तियों पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी का कहना है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते है भर्तियां पारदर्शी होनी चाहिएं, इसलिए छोटी नौकरियों में साक्षात्कार की प्रक्रिया को खत्म किया जाये। लेकिन अखिलेश सरकार में पुलिस भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह सीधी भर्ती के प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है, जबकि लेखपाल भर्ती में 10 अंको के साक्षात्कार को 20 अंक करके भर्ती प्रक्रिया पूरी किये जाने की कवायद की जा रही है।
उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने राज्य में नियुक्तियों में अपनाई जा रही भर्ती प्रक्रियाओं में अखिलेश सरकार की नियति पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होने कहा कि एक तरफ तो लेखपाल भर्ती प्रक्रिया के लिए अलग संस्था तय करके परीक्षा कराने की बात की जा रही, वहीं दूसरी ओर कैसे इन भर्ती प्रक्रियाओं में अपनी कब्जेदारी हो मनमानी हो। इसके लिए पहले जहां 10 अंको को साक्षात्कार था उसे 20 अंको का कर दिया गया।
सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर राज्य में अखिलेश सरकार पर नौजवानों, बेरोजगारो के साथ किए जा रहे छल का आरोप लगाते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं में सरकारी पक्षपात धांधली के कारण राज्य में नियुक्तियां प्रभावित है। भर्तियां प्रक्रियां में विवाद के कारण मामले न्यायालय तक जा रहे है। नतीजा जिन प्रक्रियाओं को समय से पूर्ण तो जाना चाहिए वे लटकी पड़ी है। अखिलेश सरकार के अदूरदर्शी भेदभाव पूर्ण नितियों के चलते राज्य में पद रिक्त होने के कारण काम-काज प्रभावित होता है, बेरोजगारी के कारण नौजवान सड़क पर हैं।