Rail travel becomes expensive
नई दिल्ली (1जुलाई 2025)पांच साल के लंबे अंतराल के बाद भारतीय रेल ने किराए में बढ़ोतरी की घोषणा की है, जो 1 जुलाई, 2025 से प्रभावी हो गई है। यह वृद्धि मुख्य रूप से लंबी दूरी की यात्राओं को प्रभावित करेगी, हालांकि सरकार ने इसे “मामूली वृद्धि” बताया है। इस निर्णय को लेकर यात्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
इस बारे में रेल मंत्रालय जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, यात्री किराए में यह संशोधन रेलवे के बढ़ते परिचालन लागत और आधुनिकीकरण परियोजनाओं के लिए आवश्यक धन जुटाने के उद्देश्य से किया गया है। पिछले पांच वर्षों से किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया था, जिससे रेलवे को वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ रहा था।
विभिन्न श्रेणियों में किराए में अलग-अलग बढ़ोतरी की गई है। लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों, विशेषकर एसी श्रेणी और स्लीपर क्लास में यात्रा करने वाले यात्रियों को इसका अधिक भार उठाना पड़ेगा। हालांकि, सामान्य श्रेणी और उपनगरीय ट्रेनों के किराए में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है, ताकि आम यात्रियों पर अधिक बोझ न पड़े।
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह वृद्धि पूरी तरह से रेलवे की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आवश्यक थी। हमने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि यह वृद्धि आम जनता पर अत्यधिक बोझ न डाले, खासकर छोटी दूरी की यात्रा करने वालों पर।”
इस किराए वृद्धि को सरकार की हरी झंडी मिल गई है। वित्त मंत्रालय और रेल मंत्रालय के बीच कई दौर की बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया। सरकार का तर्क है कि यह कदम रेलवे को आधुनिक बनाने, सुरक्षा मानकों में सुधार करने और नई ट्रेनों को शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण है।
रेल किराए में विपक्षी दलों ने इस वृद्धि की आलोचना की है। उनका कहना है कि यह ऐसे समय में आया है जब महंगाई पहले से ही चरम पर है और यह आम आदमी पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डालेगा। कुछ यात्री संगठनों ने भी इस वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है, जबकि कुछ अन्य ने इसे रेलवे के लिए एक आवश्यक कदम बताया है।
आने वाले दिनों में इस किराए वृद्धि के पूर्ण प्रभाव और यात्रियों की प्रतिक्रियाओं पर नजर बनी रहेगी। रेलवे ने संकेत दिया है कि भविष्य में भी, लागत और सुविधाओं के आधार पर किराए में समय-समय पर संशोधन किया जा सकता है।